Saturday, 3 February 2018

                        अपठित २६    
कहते हैं न कि यदि लगन लग जाए तो कोई भी कार्य पूर्ण होते देर नहीं लगती | और यदि लगन रचनात्मक एवं सकारात्मक हो तो वह प्रतिष्ठा एवं ख्याति अर्जित कर लेती है | लगन को हम धुन भी कह सकते हैं, जैसे तुलसीदास जी को रामधुन लगी तो रामचरितमानस जैसी कालजयी कृति  की रचना हुई | मीराबाई ,चैतन्य आदि ने तो गिरधर गोपाल की धुन में ही जीवन व्यतीत किया | वर्तमान समय में भी कुछ परोपकारी समाज सेवियों द्वारा समाज के उत्थान एवं कल्याण की लगन कुछ इस प्रकार सामने आ रही है कि लोग अपने आस-पास के निर्धन तथा पिछड़े वर्ग के बच्चों को शिक्षित करने  का कार्य कर समाज को नयी दशा एवं दिशा प्रदान कर रहे हैं | किसी को सर्दियों के मौसम में ठिठुरते लोगों को कम्बल ओढ़ाने की लगन है तो किसी को गरम चाय की दो चुस्कियों से राहत पहुँचाने की लगन है | इतना ही नहीं हमारी प्राचीन परम्पराओं तथा संस्कृति को आगे बढ़ाने की लगन भी प्रायः देखने को मिलती है पक्षियों को दाना डालने की , पानी पिलाने की तथा घायल पशु-पक्षियों का उपचार आदि कार्य के रूप में | कुछ समय पहले एक किस्सा सामने आया था कि कोई एक व्यक्ति किसी लावारिस लाश का दाह संस्कार कर देता था | कितना बड़ी एवं सकारत्मक सोच है| अतः लगन का मुद्दा कोई भी हो रचनात्मकता एवं सकारात्मकता अवश्य होनी चाहिए, जिससे समाज को सही दशा, दिशा एवं वसुधैव कुटुम्बकम का सन्देश मिल सके |   
गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए –
प्रश्न १ – गद्यांश में प्रयुक्त प्रत्यय (किन्हीं दो )शब्दों को चुनिए तथा प्रत्यय एवं शब्दों को अलग-अलग करके लिखिए | २
प्रश्न २- जीवन में लगन क्या रूप होना चाहिए ? स्पष्ट करें | १
प्रश्न ३- सकारात्मक लगन से हम क्या अर्जित कर सकते हैं ? १
प्रश्न ४ - तुलसीदास जी की कृति में किस महान चरित्र की जीवन गाथा है ? कृति एवं चरित्र का नाम बताएँ | १.५
प्रश्न ५- यदि आपको अपने आस-पास निर्धन-लाचार या बेबस लोग दिखें,तो आप उनके लिए क्या करना चाहेंगे ? स्पष्ट करें | १.५  
प्रश्न ६- आप अनुच्छेद को क्या नाम देना चाहेंगे ? १
प्रश्न ७- निम्नलिखित शब्दों की वर्तनी शुद्ध करिए – २
क – राचनात्मक            ख –आप-पास
ग- शिकषित               घ- संसकृति


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