Saturday, 26 January 2019



                            अपठित ३९
कहते हैं न कि “मन के हारे हार है मन के जीते जीत” अर्थात आप यदि आत्मविश्वास से भरपूर हैं तो जीत आपकी निश्चित है , जरा सा भी मन विचलित हुआ नहीं कि आपको हार ने जकड लिया | इसीलिए मनुष्य में आत्मविश्वास का होना अत्यंत आवशयक है | कितनी भी कठिन परिस्थिति क्यों न हो यदि  आप में आत्मविश्वास है तो आप बिना विचलित हुए अपने कार्य को सहजता से पूरा कर लेंगे | मिसाइल मैन के नाम से विख्यात और भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का बचपन काफी गरीबी में बीता | अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए उन्हें अपने गृह नगर रामेश्वरम में अखबार तक बेचना पड़ा | एयरोनौटिकल इंजीनियरिंग में विशेषज्ञता के साथ प्रसिद्धि प्राप्त करने वाले  डॉ कलाम एक फाइटर पायलट बनना चाहते थे , किन्तु उनका यह सपना साकार नहीं हो पाया क्योंकि वह वायुसेना में उपलब्ध आठ स्थानों में नौवें स्थान पर आए , लेकिन उन्होंने अपने इस सपने की असफलता और पारिवारिक मजबूरियों को अपने जीवन की बाधा नहीं बनने दिया | यदि वे अपने जीवन में इस असफलता से निराश होकर सफल होने की कोशिश नहीं करते तो आज पूरी दुनिया एक असाधारण रूप से प्रतिभाशाली वैज्ञानिक की हैरतअंगेज कामियाबियों से वंचित रह जाती | एक अन्य प्रसंग श्री हनुमान जी का भी ले सकते हैं कि रावण की लंका में प्रवेश कर , मुख्य भवनों को ध्वस्त कर उसके सामने जिस निडरता के साथ उपस्थित हुए , वह सब केवल उनका आत्मविश्वास ही था | सच है कि आत्मविश्वास मानव जीवन में सफलता की सबसे बड़ी सीढ़ी है | यह एक ऐसा अस्त्र है जिसके बल पर दुनिया के किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है | आत्मविश्वास से आत्मबल प्राप्त होता है और यही मनुष्य को लोहे से भी मजबूत बनाता है | अतः हम जीवन में कितनी ही कठिन परिस्थितियों और मुसीबतों में क्यों न घिर जाएँ हमें आत्मविश्वास नहीं छोड़ना चाहिए | 
प्रश्न १ डॉ एपीजे अब्दुल कलाम भारत के कौन थे ?
प्रश्न २ उन्होंने किस क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त की थी ?
प्रश्न ३ वे क्या बनना चाहते थे ?
प्रश्न ४ डॉ  कलाम के गृह नगर का क्या नाम है ?
प्रश्न ५ अपनी पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए उन्हें क्या करना पड़ा ?
प्रश्न ६ मानव जीवन में सफलता की सीढ़ी क्या है ?
प्रश्न ७ आत्मबल हमें किससे प्राप्त होता है ?
प्रश्न ८ गद्यांश में कई प्रत्यय प्रयुक्त  हुए हैं | प्रत्यय वाले चार शब्द ढूंढ़कर लिखिए –
प्रश्न ९ कामयाबी शब्द का समानार्थी शब्द गद्यांश में दिया हुआ है , ढूंढ़कर लिखिए-
प्रश्न १० गद्यांश का उचित शीर्षक बताइए -






Saturday, 19 January 2019

                                                             अपठित ३८
एक बार एक लकड़हारा जंगल में लकड़ियाँ काट रहा था कि अचानक उसका ध्यान भंग हुआ | उसने देखा कि दल-दल में एक खरगोश का बच्चा फंसा हुआ है तथा उसकी ओर कातर दृष्टि से देख रहा है | लकड़हारे को उस पर दया आ गई | उसने हाथ बढ़ाकर उसे दल-दल से बाहर निकाल लिया और उसे अपने साथ घर ले आया | लकड़हारे के घर में पहले से ही कुछ  खरगोश  थे , उसने इसे भी उनके साथ छोड़ दिया | उनमें एक छोटा खरगोश भी था | उस छोटे खरगोश ने नये मेहमान से शीघ्र ही मित्रता कर ली और उससे पूछा कि भाई तुम जहाँ रहते थे वहाँ किसी प्रकार का अभाव नहीं था फिर भी तुम इतने पतले-दुबले क्यों हो ? नया खरगोश पतला अवश्य था ,पर था बहुत बुद्धिमान | उसने कहा –“ भाई किसी के पास साधन होना ही सुख का प्रतीक नहीं है | सच्चा सुख तो निर्भय जीवन में है | जो प्राणी शारीरिक , मानसिक , सामाजिक और दैविक सभी प्रकार के भयों से मुक्त हो जाता है , वही सच्ची तरह से सुखी हो पाता है | भय चाहे किसी व्यक्ति का हो अथवा मृत्यु का उसके रहते कोई सुखी नहीं रह सकता है | वन में स्वतंत्रता अवश्य है , पर वहाँ भी सबल द्वारा निर्बल को सताए जाने का भय सदा व्याप्त रहता है | मैं जहाँ रहता था ,वहाँ एक सिंह भी रहता था , जो छोटे-छोटे जीवों को खा जाया करता था उसी के भय ने मुझे पनपने नहीं दिया | उसकी बातें सुन दूसरे खरगोश के बच्चे ने कहा मित्र ! स्वच्छन्दतावाद की सर्वत्र ऐसी दुर्गति होती है | देखो हम यहाँ कम साधनों में भी अनुशासन और सामाजिक मर्यादाओं में रहते हुए स्वस्थ और प्रसन्न हैं | यह कहते हुए उसने उससे प्रश्न किया यदि तुम सिंह का मुकाबला करते तो क्या जीत जाते ? खरगोश का बच्चा बोला यदि हम सब संगठित होते तो संभवतया जीत भी जाते , परन्तु हम लोगों की दुर्गति का कारण अलग-अलग रहना है | इसीलिए निर्भयता के साथ-साथ एकजुटता की भी आवश्यकता होती है | अकेला व्यक्ति कितना भी वीर हो सदैव विजयी नहीं हो सकता |
प्रश्न १ लकड़हारा जंगल में क्या कर रहा था , लकड़हारे का ध्यान किस कारण भंग हुआ ?
प्रश्न २ उसने खरगोश के बच्चे को कहाँ छोड़ दिया ?
प्रश्न ३ छोटे खरगोश ने नए खरगोश से क्या पूछा ?
प्रश्न ४ नए खरगोश ने सुख का आधार किसे बताया ?
प्रश्न ५ निम्नांकित शब्दों से उपसर्ग अलग कीजिए
  क  -    दुर्गति
   ख-   निर्बल
प्रश्न ६ निम्नांकित शब्दों से प्रत्यय  अलग कीजिए -
   क -   निर्भयता
   ख -   स्वच्छन्दतावाद
प्रश्न ७ निम्नांकित शब्दों में उपसर्ग लगाकर विलोम शब्द बनाइए
  क -     स्वस्थ
     ख प्रसन्न
प्रश्न ८ गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित वाक्य को पूरा कीजिए
             के साथ-साथ               की भी आवश्यकता होती है |
प्रश्न ९ बताइए निम्नलिखित वाक्य किसने , किससे कहे |
यदि तुम सिंह का मुकाबला करते तो क्या जीत जाते ?
यदि हम सब संगठित होते तो संभवतया जीत भी जाते , परन्तु हम लोगों की दुर्गति का कारण अलग-अलग रहना है |
प्रश्न १० आप गद्यांश को क्या नाम देना चाहेंगे ?