अपठित १८
भारतीय संस्कृति की अपनी अनेक विशेषताएं हैं | साँझी संस्कृति के कारण भारत को विश्व में महत्त्वपूर्ण स्थान प्राप्त है | अनेक भाषाओँ और बोलियों के होते हुए भी भारतवासी एक दूसरे से घनिष्ठ रूप से जुड़े हुए हैं | विविधता में एकता भारत की अस्मिता की पहचान है | आज सम्पूर्ण विश्व में प्रेम और सदभाव की कमी खटक रही है | मानव-मानव के प्रति कठोर होता जा रहा है | यदि देख जाए तो आज वसुधैव कुटुम्बकम की नीति का पालन करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए | संगठन और प्रेम में जितनी शक्ति होती है उतनी किसी अन्य चीज में नहीं है | व्यक्ति के सुख में सुख का अनुभव और दुःख में दुःख का अनुभव करना ही मानवता की सच्ची पहचान है |
उपरोक्त
गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
प्रश्न-१
भारतीय संस्कृति की क्या विशेषताएँ हैं ? स्वविवेक से उत्तर दें |
प्रश्न
२-गद्यांश में आये किन्ही दो संयुक्ताक्षरों को लिखिए |
प्रश्न
३- इन शब्दों के विलोम शब्द लिखिए-
क -प्रेम
↔ ख एकता ↔
प्रश्न ४- भारत में बोली जाने वाली किन्हीं दो बोलियों के नाम लिखिए |
प्रश्न ५ –“ मानव - मानव के प्रति कठोर होता जा रहा है “ कैसे ? आज की
विश्व की स्थिति को ध्यान में रखते हुए उत्तर दें |
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