Wednesday, 22 June 2016

                                                           अपठित गद्यांश  २ 

एक बार नरेश नाम का एक युवा घने जंगल में जड़ी -बूटियों की खोज में गया | कई दिनों तक वह विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियाँ चुन-चुनकर एकत्रित करता रहा | उसका प्रतिदिन का आहार जंगल में  ही मिलने वाले कन्द-मूल हुआ करते थे | जंगल से होकर बहने वाली नदियाँ,प्राकृतिक झरने या फिर मीठे पानी के सरोवर से वह अपनी प्यास बुझा लिया करता था| सब कुछ सामान्य चल रहा था | उसने अब तक अनेकों जड़ी-बूटियाँ एकत्रित कर ली थी | बड़ा प्रसन्न था वह | गर्व से उसका सीना चौड़ा हो रहा था | उसे अपनी मंजिल समीप दिखाई दे रही थी | प्रसन्नता के इन्हीं पलों का विचार करते हुए वह रास्ता भटक गया | रात हो चुकी थी ,अतःउसने वहीं विश्राम करने का निर्णय लिया प्रातःकाल पुनः चल पड़ा| प्यास लगने पर उसने पानी की खोज की किन्तु असफल रहा | थककर एक वृक्ष के नीचे विश्राम करने लगा | अनायास  उसने  पानी की बूंदें महसूस की | उसे सुखद अनुभूति हुई | उसने पेड़ से पत्ता तोड़कर दोना बनाया और उसमें जल एकत्रित करने लगा | जब कुछ जल इकठ्ठा हुआ तभी एक तोता टे -टे करता आया और उसका दोना गिरा दिया | युवक ने पुनः पूरे यत्न से जल एकत्रित किया जैसे ही उसने पीने के लिए मुहँ तक लगाया तोते ने पुनः गिरा दिया | इस बार युवक अपना नियंत्रण खो बैठा उसने तोते को मार डालने का निश्चय किया जैसे ही उसने डाल पर बैठे तोते को मारने का प्रयास किया तो मोटी डाल पर उसकी आँखे स्थिर हो गई | वह स्तब्ध था | वह जिस निरीह प्राणी को मारने जा रहा था वह तो उसका जीवन रक्षक था | मोटी डाल पर एक भयंकर अजगर सो रहा था, वे पानी की बूंदें नहीं बल्कि अजगर के मुहँ से निकलती जहरीली लार थी | वह प्रसन्न था और तोते को ह्रदय से धन्यवाद दे रहा था | तोते के कारण ही उसे जीवन दान मिला था | यदि आज वह आवेश में तोते को मार देता तो हत्या का पाप तो लगता ही ,स्वयं भी अपने जीवन से हाथ धो बैठता  | अनायास ही उसके ह्रदय ने कहा "जीवन में क्रोध पर नियंत्रण आवश्यक है "|
प्रश्न १- नरेश किस उददेश्य से जंगल में गया था ?
प्रश्न २-उसका आहार क्या था ?
प्रश्न ३- थकान होने पर उसने कहाँ विश्राम किया ?
प्रश्न ४-तोता कहाँ था तथा उसने नरेश के हाथ से दोना क्यों गिराया ?
प्रश्न ५- कहानी के आधार  पर स्वविवेक से बताएं कि क्रोध पर नियंत्रण क्यों आवश्यक है ?

                                                                            उत्तर पत्र
उत्तर १-नरेश घने जंगल में जड़ी -बूटियों की खोज में गया था |
उत्तर २- उसका आहार जंगल में ही मिलने वाले कन्द-मूल हुआ करते थे |
उत्तर ३-थकान होने पर उसने वृक्ष के नीचे विश्राम किया | 
उत्तर - तोता पेड़ पर था | उसने नरेश के हाथ से दोना इसलिए गिराया क्योंकि उस दोने में जल नहीं बल्कि अजगर के मुँह से निकलता जहर था |
उत्तर५- कहानी के आधार पर हम कह सकते हैं कि हमें अपने क्रोध पर नियंत्रण रखना चाहिए क्योंकि क्रोध हमारी सोचने-विचारने की शक्ति को नष्ट कर देता है जिससे हम गलत निर्णय ले लेते हैं |

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