Wednesday, 7 June 2017

                                अपठित २० 

आज की भागती दौड़ती जिन्दगी से मुस्कराहट तो न जाने कहाँ खो गई है | कुछ दशक पहले तक तो लोग एक-दूसरे को देखते ही एक सुंदर सी मुस्कराहट के साथ अभिवादन करते थे, किन्तु आज दशा यह है कि किसी पहचान वाले को देखते ही व्यस्तता को मुखौटा लगाकर अभिवादन की प्रक्रिया से स्वयं को बचाकर सुरक्षित निकलना ही बहादुरी का कार्य समझते हैं | जबकि मुस्कराहट एक ऐसी औषधि है जो मनुष्य को बिना किसी दाम के मिली है ,  यह उसके शारीरिक एवं मानसिक रोगों का उपचार करने में पूर्णतः सक्षम है | जो व्यक्ति मुस्कराकर दिन की शुरुआत करता है वह निश्चय ही सारे दिन ऊर्जावान रहता है , वह बिना किसी तनाव के सारे कार्य कुशलता से पूर्ण कर पुनः अगले दिन के लिए नए कार्यों को पूरा करने की कुशल रणनीति बना , निश्चिन्त हो सो जाता है | पुनः नई ऊर्जा ,नए विशवास के साथ दिन का शुभारम्भ करता है और सफलता प्राप्त करता है | ऐसे व्यक्ति का सानिध्य सभी लोग चाहते हैं , उसकी एक छोटी सी मुस्कराहट के कारण ज्यादा से ज्यादा लोग उसके समीप आने का प्रयास करते हैं | ठीक इसके विपरीत अनायास ही खीजने वाले व्यक्ति से हर कोई दूरी बनाना पसंद करता है , हर कोई उससे बचना चाहता है | पुरानी कहावत है कि प्रसन्न वदन के दर्शन मात्र से ही समस्त कार्य पूर्ण हो जाते हैं , अतः हमारा प्रयास होना चाहिए कि स्वयं प्रसन्न रहकर दूसरों को भी खुशियाँ बांटे | सचमुच मुस्कराहट अनमोल होती है एक छोटी सी मुस्कराहट से बड़े-बड़े कार्य सहजता से सम्पन्न हो जाते हैं | कहते हैं न कि हींग लगे न फिटकरी रंग भी चोखा होए | तो अब तो आप समझ ही गए होंगे कि एक छोटी सी मुस्कराहट कितने काम की है | तो चलिए आज से बल्कि अभी से मुस्कराने की आदत डालिए खुद स्वस्थ रहकर लोगों में खुशियाँ बाँटिए |  

उपरोक्त गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्नों के उत्तर लिखिए –
प्रश्न-१ प्रस्तुत गद्यांश जीवन की किस अनमोल औषधि के बारे में बताता है ? स्पष्ट करें |
प्रश्न – २ गद्यांश में किस कहावत की चर्चा की गई है , उस कहावत को लिखें |
प्रश्न ३ –अधिक ऊर्जावान रहने के लिए किस उपाय को बताया है , गद्यांश से ढूँढकर लिखिए-
प्रश्न ४- अभिवादन करते समय हमें अपने मुख पर कैसे भाव रखने चाहिए ?
प्रश्न ५ – गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए-



उत्तर-पत्र
उत्तर १- गद्यांश में मुस्कराहट के बारे में बताया है कि मुस्कराहट एक ऐसी औषधि है जो मनुष्य को बिना किसी दाम के मिली है ,  यह उसके शारीरिक एवं मानसिक रोगों का उपचार करने में पूर्णतः सक्षम है |
उत्तर २- गद्यांश में हींग लगे न फिटकरी रंग भी चोखा होए कहावत की चर्चा की गई है , जिससे हमें मुस्कराहट की कीमत का पता लगता है कि मुस्कराहट अनमोल होती है और यह मनुष्य के अंतःकरण से निकलकर लोगों पर अपना स्थायी प्रभाव छोडती है तथा बिना किसी दाम के अपने आस-पास के वातावरण को मनभावन बना देती है |
उत्तर ३- ऊर्जावान रहने के लिए हमें दिन का आरम्भ मुस्कराहट के साथ करना चाहिए |
उत्तर ४ – अभिवादन करते समय हमें अपने मुख पर प्रसन्नता के भाव रखने चाहिए |
प्रश्न ५ – गद्यांश का उचित शीर्षक है “ मुस्कराहट “












































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