Thursday, 23 June 2016


                                                        अपठित गद्यांश ४
महेश एक स्वस्थ  किन्तु निर्धन युवक था | निर्धनता के कारण उसकी पढ़ाई बचपन में ही अधूरी रह गई थी| वह अपने परिवार का भरण -पोषण मजदूरी करके जैसे-तैसे करता था | कई दिनों से उसे काम नहीं मिल रहा था | वह अत्यन्त निराश था | कई बार उसने सोचा कि वह अपनी जीवन  लीला समाप्त कर ले | यह विचार आते ही उसकी आँखों के सामने उसके परिवार के भूखे -प्यासे सदस्यों के चेहरे आ जाते और वह उनके लिए जीने का संकल्प कर काम की तलाश में जुट जाता | वह काम की तलाश में भटक ही रहा था कि उसने समूह में जाते हुए लोगों को बातचीत करते हुए सुना | उसे पता लगा कि कोई बहुत बड़े संत ने पुराने बरगद के नीचे आसान लगाया है वे सबकी समस्याओं का समाधान चुटकी बजाते ही कर देते हैं | महेश के मन में आशा की किरण जागी | वह तेज क़दमों से भीड़ के साथ चलने लगा | वहाँ पहुँचकर वह शांत भाव से बैठकर अपनी बारी की प्रतीक्षा करने लगा | उसकी प्रतीक्षा समाप्त हुई |उसकी समस्या को जानने के लिए संत जी ने उसे बुलाकर उसकी बात सुनी और उसे अपना गधा दे दिया | महेश ने ह्रदय से उन्हें धन्यवाद दिया और वहाँ से गधा लेकर चल पड़ा | वह बड़ा प्रसन्न था कि इस गधे पर वह ईंट ,रोड़ी आदि ढ़ो कर काम को जल्दी समाप्त कर इसकी सवारी कर शीघ्र ही घर पहुँच जाया करेगा | ये विचार उसके मन को गुदगुदा रहे थे कि अचानक गधा गिर पड़ा और मर गया महेश को बड़ा दुःख हुआ किन्तु वह करता भी क्या उसने तुरंत गड्ढा खोदकर गधे को दबा दिया और वहीं बैठकर रोने लगा | एक सेठ वहाँ से जा रहा था | महेश को उस कब्र के पास रोता देख उन्होंने सोचा कि कोई दिव्य आत्मा चल बसी है ,ये सोचकर उन्होंने सिर झुका कर कुछ पैसे चढ़ा दिए | महेश कुछ बोलता इससे पहले वहाँ पैसे चढ़ाने वालों की भीड़ लग गई | घबराए महेश ने सारी बात संत जी को बताई | संत ने महेश को समझाया कि कोई बात नहीं शायद भगवान् की यही मर्जी  मर्जी थी |" जो गधा जीते जी तेरी मदद नहीं कर पाया उसने मरकर तेरी सहायता की है | अब इस पैसे से कोई काम शुरू कर और लाभ होने पर पैसों को भलाई के कार्य में लगाना|"
प्रश्न १-महेश कैसा युवक था , उसकी पढाई किस कारण छूट गई थी ?
प्रश्न २-वह अपने परिवार का भरण-पोषण कैसे करता था?
प्रश्न ३-मजदूरी न मिलने पर उसके मन में क्या विचार आया ?
प्रश्न  -मदद शब्द का समानार्थी शब्द गद्यांश से ढूंढकर लिखिए |
प्रश्न - गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए |                 
                                                                                                          उत्तर 
 उत्तर  १-महेश एक स्वस्थ  किन्तु निर्धन युवक था निर्धनता के कारण उसकी पढ़ाई बचपन में ही अधूरी रह गई थी|
उत्तर २-वह अपने परिवार का भरण -पोषण मजदूरी करके जैसे-तैसे करता था 
उत्तर ३-मजदूरी न मिलने पर उसके मन में विचार आया कि वह अपनी जीवन  लीला समाप्त कर ले 
उत्तर ४-सहायता 
उत्तर ५-ईमानदार महेश ,परिश्रमी महेश , सच्चा महेश   

4 comments:

  1. कृपया कुछ अपठित पद्यांश भी बताइए |

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  2. कृपया कुछ अपठित पद्यांश भी बताइए |

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